बिहार के जहानाबाद ज़िले मखदुमपुर थाना क्षेत्र के डकरा गाँव निवासी और बिहार के गया में जन्मे फिरदौस कलीम की कहानी काफी दिलचस्प है | 70 के दशक में कलीम फिरदौस के पिता मो. कलीमुद्दीन कलकत्ता पहुंचे और बंगाल की राजधानी से रियल एस्टेट का काम शुरू किया और फिर वही के होकर रह गए | 2007 में श्रीरामपुर दानकुनी के पास मो. कलीम अपनी पज़ेरो गाडी में सड़क दुर्घटना के शिकार हुए और उनकी मौत हो गयी | स्वर्गीय मो. कलीमुद्दीन के बड़े पुत्र फिरदौस कलीम कहते हैं की पिता द्धारा शुरू किये गए कारोबार को मैंने आगे बढ़ाया और आगे आने वाले वक़्त में मुझे अपने दोनों भाईयों आज़ाद तनवीर कलीम और तौसीफ कलीम का व्यापार में पूरा साथ मिला |
कोलकता की प्रसिद्ध कलीम ग्रुप ऑफ़ कम्पनीज के चैयरमेन फिरदौस कलीम, कलीम इंफ्रास्टक्टर प्राइवेट लिमिटेड ,कलीम एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड , कलीम ग्लोबल कमर्शियल मोटर प्राइवेट लिमिटेड और कलीम डेवेलपर्स इंडिया लिमिटेड के न केवल प्रबंध निदेशक हैं बल्कि लेदर निर्माण की प्रमुख कंपनी हुसिंग ब्रदर्स टेनरी और फ्लाई ऐश ब्रिक्स निर्माण की प्रमुख “ब्रिक्स एंड ब्लॉक्स मनुफेक्चरर” कंपनी में पार्टनर भी हैं |