डॉक्टर श्रवण को नवजात बच्चों से संबंधित समस्याओं में आधुनिक देखभाल प्रणाली (नियोनेटाल केयर) को बिहार में सबसे पहले लाने का श्रेय जाता है। और इसलिए उन्हें राज्य में नियोनेटाल केयर का जनक माना जाता है। अपने संघर्ष भरे बचपन, पिता की बीमारी, खेती का भार आदि संभालते हुए उन्होंने डॉक्टरी की पढ़ाई पूरी की और आज उनका नाम बिहार के चिकित्सा जगत में आदर से लिया जाता है।
उन्होंने पटना में एक इनक्यूबेटर की सहायता से राज्य के पहले नियोनेटाल आईसीयू ‘न्यू बॉर्न केयर सेंटर’ की स्थापना की थी और आज यह सेंटर अत्याधुनिक उपकरणों से लैस है जहां डॉक्टर श्रवण कुमार ने 800 ग्राम तक के बच्चे की जान बचाई है। नृत्य एवं नाटक के शौकीन डॉक्टर श्रवण अपनी पत्नी नीना मोटानी के साथ मिलकर रंगमंच पर अभिनय भी करते हैं और इसके जरिये लोगों में स्वास्थ्य जागरूकता फैलाने का काम करते हैं