नवम्बर 1980 को उत्तरप्रदेश के वाराणसी शहर में जन्मी डॉ. अर्चना सिंह बिहार की जानी मानी न्यूरो साइकार्टिस्ट यानी मानसिक रोग विशेषज्ञ हैं जिन्होंने अपनी उच्च शिक्षा और अपने विषय पर गहन रिसर्च की बदौलत बिहार के चिकित्सा जगत में अपनी एक अलग पहचान बनाई है |
कोलकाता के नेशनल मेडिकल कॉलेज से साल 2005 में एमबीबीएस की डिग्री हासिल करने वाली डॉ.अर्चना सिंह ने रांची के प्रसिद्ध सेंट्रल इंस्टिट्यूट ऑफ़ साइकार्टि से डीपीएम करने के उपरान्त एमडी का कोर्स किया और वर्तमान में आशियाना दीघा रोड स्थित अपने दिव्यांश न्यूरो एवं साइकाइट्री सेंटर में मरीज़ों को अपनी सेवाएं दे रही हैं|डॉक्टर सिंह बिहार इन्स्टिटूट ऑफ़ मेंटल हेल्थ एंड ऐलायड sciences, क़ोईलवर, भोजपुर में बतौर कन्सल्टंट अपनी सेवाएँ भी दे रहीं हैं।मनोरोग पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में डॉ. अर्चना सिंह कहती हैं कि मनोरोगविज्ञानचिकित्सा की वह शाखा है जिसमें रोगी की सोच, भावना, विचारों और व्यवहारों का आकलन कर उसका उचित उपचार दवाओं के माध्यम से किया जाता है।यह शाख़ा मनोरोगियों के आकलन ,पहचान , उपचार और प्रबंधन सेजुड़ी है और मनोचिकित्सा के विशेषज्ञों को ही मनोरोग चिकित्सक कहा जाता है | मनोविज्ञान मानव मन – मस्तिष्क और व्यवहार का वैज्ञानिक अध्यययन है जिसके तहत क्रियात्मकता में तब्दील होने वाले विचारों, भावनाओं, अनुभूतियों के सभी पहलुओं का विभिन्न आंकलनों और परीक्षणों के जरिये वैज्ञानिक तरीके से विश्लेषण और इलाज किया जाता है |