बिहार के मोतिहारी जिले में अपने ज़माने के प्रसिद्ध ह्रदय रोग विशेषज्ञ स्व.डॉ. शम्भू शरण के पुत्र डॉ. आशुतोष शरण और उनकी पत्नी डॉ.जसवीर कौर शरण ने अपने दम पर चिकित्सा जगत को जो मुकाम दिलाया है वो क़ाबिले–तारीफ है! 1985 में मोतिहारी के ज्ञान बाबू चौक पर एक छोटे से क्लिनिक की शुरुआत करने वाले इस दंपत्ति ने प्रदेश की चिकित्सा जगत में अपनी अमिट छाप छोड़ी है! कोरोना की दूसरी और तीसरी लहर के बीच इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने बिहार के जिन 40 प्रमुख चिकित्सकों की सूचि जारी की थी उनमे एक नाम डॉ. आशुतोष शरण का भी था | मोतिहारी के अपने शरण हॉस्पिटल में दिन रात कोरोना मरीज़ों की सेवा करने के कारण डॉ. आशुतोष शरण सुर्ख़ियों में आये और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अलावा कई प्रमुख सामाजिक संगठनों ने इन्हे कोरोना वररियर के सम्मान से नवाज़ा |
अपनी बेहतर चिकित्सा के लिए 2019 को पटना में आयोजित आउटलुक ग्रुप के एक कार्यक्रम में फिल्म अभिनेता मनोज वाजपयी के हाथों सम्मानित हो चुके डॉ. आशुतोष शरण को फिर इसी साल मुंबई में आयोजित ग्लोबल एक्ससेलेन्स अवार्ड में फिल्म अभिनेत्री माधुरी दीक्षित के हाथों भी सम्मानित किया गया | जानकार बताते हैं की इसी वर्ष 24 मार्च को बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्धारा आयोजित विश्व यक्षमा दिवस के अवसर पर बिहार सरकार के स्वस्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के हाथों डॉ. आशुतोष शरण को राष्ट्रीय यक्षमा उन्मूलन कार्यक्रम में उत्क्रिस्ट उपलब्धि के लिए प्रसस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया |