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पटना मसडकल कॉलेज के िज्चरमी सवभाग िे िेवानसवि डॉ.(प्रो) असनल कुमार वमा्च   ्मी आज अपनमी प्रान बनाई ्ै | डॉ. रूसर सिन्ा आगे क्िमी ्ैं की गभा्चशय और
                                े
                                                            ृ
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                       की पत्रमी अर्चना आरमभ िे ्मी पढ़ाई में काफी अच्मी र्मी | पटना के बांकीपुर ससथिि   सिन कैंिर िे जूझ र्मी मस्लाओं के सलए िमय िमय पर कैंप आयोसजि कर उन्ें
                       िि जोिेफ़ कानवेंट सककूल की ्ात्रा र्मी अर्चना ने इिमी सककूल िे बार्वीं की परमीक्षा   जागरूक करने के अलावा मुफि जांर में मदद करना डॉ. अर्चना सिन्ा के वयसतिव
                         ं
                       पाि की और िाल 1995 में सब्ार के गया के प्रसिद्ध अनुग्र् नारायण मगध मसडकल   का स्सिा ्ै और शायद य्मी उनकी लोकसप्रयिा का कारण भमी |
                                                                            े
                       कॉलेज में दासिला सलया और कई सवषयों में आनि्च के िाथि बेसट सटटूडेंट ऑफ़ द ईयर
                                                                                                            ं
                       के अलावा बेसट गलि्च सटटूडेंट ऑफ़ द ईयर का सििाब न केवल अपने नाम सकया बसलक   आउटलुक ग्रुप के कंिसलटग एिोसिएट एसडटर सदनश आनंद के िाथि सवशेष
                       इन दोनों ्मी अविर पर कॉलेज प्रिाशन द्धारा अर्चना को सवण्च पदक देकर िममासनि   बािरमीि में डॉ. अर्चना सिन्ा क्िमी ्ैं की 2001- 02 में इंटन्चसशप करने के उपरानि     की कासबसलयि का अंदाजा इि बाि िे लगाया जा िकिा ्ै सक वे लंदन की रॉयल   िोिाइटमी ऑफ कासडडियोलॉजमी के भमी आजमीवन िदसय ्ैं।
                       भमी सकया गया |                                                  मेरमी शादमी डॉ. मनमीष कुमार के िाथि हुई और उि वक़ि डॉ. मनमीष नेपाल के काठमांड  टू                 िोिाइटमी ऑफ ट्ॉसपकल मेसडसिन के फेलो र् रुके ्ैं। यूके के सलवरपूल यूसनवसि्चटमी
                                                                                       में सत्रभुवन यूसनवसि्चटमी ससथिि इंससटट्ूट ऑफ़ मेसडसिन के ्ात्र थिे | 2003 में पोसट                िे डमीटमीएम ऐंड एर के अलावा वे इंसडयन कॉलेज ऑफ सफसजसशयन के फेलो भमी   अमेररकन िोिाइटमी ऑफ इकोकासडडियोग्राफी और अमेररकन कॉलेज ऑफ
                                                                                                                    टू
                          पटना के असिल भारिमीय आयुसव्चज्ञान िंसथिान (एमि) में ्ड्मी रोग सवभाग के   ग्रेजुएट करने के इरादे िे मैं भमी काठमांड गयमी और इंससटट्ूट ऑफ़ मेसडसिन               र्े ्ैं। डॉ. मनमीष कुमार, इंसडयन एकडेममी ऑफ इको-कासडडियोग्राफी द्ारा मानयिा   सफसजसशयन के िदसय डॉ. मनमीष कुमार एक िवाल के जवाब में क्िे ्ैं,  “मंबई के
                                                                                                                                                                                                                                                                                                            ु
                       अधयक्ष और डॉ. अर्चना सिन्ा के भाई डॉ. अनूप कुमार क्िे ्ैं की अर्चना जब गया   के रेसडयोलॉजमी सवभाग में अपना योगदान सदया और इि दौरान अलट्ािॉउनड,                   प्राप्त इकोकासडडिओयोलॉसजसट ्ैं। सदल्मी के एसकॉटडि ्ॉससपटल में रसजसट्ार के रूप   फोसटडिि ्ॉससपटल िे एक टमीम भागलपुर आई थिमी, फोसटडिि असपिाल ने बॉलमीवुड के
                       में मेसडकल की पढ़ाई कर र्मी थिमी उिमी िमय िे इनके अंदर कु् अलग कु् बे्िर   एमआरआई , सिटमी सककैन और एंसजयोग्राफी में न केवल प्रसशक्षण ्ासिल सकया बसलक              में भमी वे अपनमी िेवाएं दे रुके ्ैं। सदल्मी िे कासडडियोलॉजमी में पोसट ग्रेजुएशन कर   प्रसिद्ध असभनिा िलमान िान की िंसथिा बमीइंग ह्मन फाउंडेशन के िाथि समलकर
                                                                                                                                                                                                                                                                                           ू
                                                                                                                                                                                                                                                                 े
                       करने की िमन्ा थिमी और आगे रलकर अर्चना ने भागलपुर में अपने प्ले िोनोग्राफी   आईओएम की टॉपर भमी र्मी |                                                             रुके डॉ. मनमीष ने इकोकासडडियोग्राफी एडवांि ससकलि का भमी प्रसशक्षण सलया ्ै और   एक प्रोजक्ट शुरू सकया थिा। दोनों ्मी िंसथिाओं के िाथि मुझे काम करने का अविर
                                                                                                                                                                                                                                                              े
                       िेंटर की शुरुआि की िाथि ्मी कलर डॉपलर जांर की िसवधा के िाथि डॉ. अर्चना                                                                                           भागलपुर ससथिि अपने आक्क ्ॉसपमीटल में कंिलटेंट सफसजसशयन एवं नॉन इनवेसिव   समला। दोनों ्मी िंसथिाओं द्ारा ईकोकासडडियोग्राफी कैंप का सवशाल आयोजन सकया गया,
                                                               ु
                       भागलपुर की एकमात्र मस्ला रेसडयोलॉसजसट भमी ्ै | बािरमीि के दौरान डॉ. अर्चना   भागलपुर ससथिि आक्क ्ॉससपटल के सनदेशक और सब्ार के जाने माने ह्रदय रोग                कासडडियोलॉजमी लैब के प्रमुि के िौर पर मरमीजों को िेवाएं दे र्े ्ैं।   सजिमें आिपाि के कई सजलों िे आए करमीब 300 बच्ों की मैंने इकोकासडडियोग्राफी
                       की भाभमी और पटना ससथिि असिल भारिमीय आयुसव्चज्ञान िंसथिान के पैथिोलॉजमी   सवशेषज्ञ डॉ. मनमीष कुमार के सपिा डॉ. प्रदमीप कुमार सिन्ा क्िे ्ैं की मेरे दादा इि                                                                       की। एक िाल के भमीिर ्मी करमीब 100 बच्ों की मंबई के फोसटडिि ्ॉससपटल में सनशुलक
                                                                                                                                                                                                                                                                                          ु
                                                                                                                      ू
                       सवभाग में काय्चरि डॉ. (प्रो.) रूसर सिन्ा क्िमी ्ैं की अर्चना और डॉ.मनमीष की जोड़मी   इलाके के प्रसिद्ध ज़मींदार थिे और काफी रिि थिा उनका, बाबजूद इिके ्म िभमी न  े   इंसडयन मसडकल एिोसिएशन, एिोसिएशन ऑफ सफसजसशयि ऑफ इंसडया, इंसडयन   िज्चरमी की गई।”
                                                                                                                                                                                                 े
                                                                                                                                                                                                                                   ं
                       सजिनमी िूबिूरि ्ै उिमी ख़ूबिूरिमी के िाथि इनदोनो ने अपने मरमीज़ों का भमी ्मेशा   िंघष्च का रासिा रुना और आज मेरे बेटे और बहु ने िमाज में जो इज़ज़ि और शो्रि          एकडेममी ऑफ ईको कासडडियोग्राफी, इंसडयन िोिाइटमी ऑफ इलेक्ट्ोकासडडियोलॉजमी और
                                                                                                                      ू
                                                                                                     े
                       धयान रिा | मैं एक सरसकतिक ्ोने के नािे इिना जरूर क्ना राहंगमी की कोई भमी   ्ासिल की ्ै उिे दिकर ्में गव्च की अनुभसि ्ोिमी ्ै |                                   इंसडयन रेसट िोिाइटमी के आजमीवन िदसय के रूप में अपनमी िेवाएं दे र्े डॉ. मनमीष    दज्चनों मसडकल जन्चल के लिक और िंपादक के िौर पर लोकसप्रयिा ्ासिल कर
                                                                                                                                                                                                                                                                             े
                                                                                                                                                                                                                                                                े
                       सरसकतिक अपने मरमीज़ों के सवश्ाि और पयार की बदौलि ्मी कामयाबमी ्ासिल                                                                                               कुमार ररिर्च िोिाइटमी फॉर सटडमी ऑफ डाइसबटमीज इन इंसडया, इंसडयन एकडेममी   रुके डॉ. मनमीष और उनकी पतनमी डॉ. अर्चना सिन्ा को रोटरमी इंटरनेशनल द्ारा पॉल
                       करिा ्ै और इनदोनो ने अपने सवनम्र सवभाव और अच्मी सरसकतिा की बदौलि   एमबमीबमीएि और मेसडसिन में एमडमी की सडग्रमी ्ासिल कर रुके डॉ. मनमीष कुमार                      ऑफ मसडकल सपशसलटमीज, पसडयासट्क कासडडियक िोिाइटमी ऑफ इंसडया और इंसडयन   ्ैररि फेलो के िममान िे भमी नवाजा जा रुका ्ै। O
                                                                                                                                                                                             े
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                       86    डॉ. मनीष एवं डॉ. अर्चना                                                                                                                                                                                                                                         डॉ. मनीष एवं डॉ. अर्चना  87
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