Page 59 - CTB Hi resolution visioneries of bihar pdf
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सवा्गइकल की समसया, रीढ़ की समसया और अनय िम्टल िीमाररयों स  े
                                                                                                                                                                                        ग्रमसत लोगों के मलए उममीद की मकरण िने हुए हैं।


                                                                                                                                                                                          तमाम िगह इलाि पर िड़ी रकम खच्ग कर चुके ये मरीि पूरी तरह
                                                                                                                                                                                        मनराश थे और उममीद खो चुके थे। ऐसे में चेहरे पर सरल मुसकान मलए
                                                                                                                                                                                        डॉक्टर साहि अपने मरीिों में उममीद का सांचार करते निर आए। डॉ.
                                                                                                                                                                                        ज्ान का मानना है मक भावनातमक पोषण भी एक तरह की दवा है और यह
                                                                                                                                                                                        वासतमवक दवा के असर को िढ़ाने का काम करती है। मैं अपने मरीिों के
                                                                                                                                                                                        मदमाग से नकारातमकता खतम करने और सकारातमकता का सचार करने पर
                                                                                                                                                                                                                                     ां
                                                                                                                                                                                        िोर देता हूं। डॉ. ज्ान का कहना है मक मेरी इस सोच के कारण मुझे इलाि
                                                                                                                                                                                        में काफी मदद ममलती है और मेरा मानना है मक एक िीमार मक्सतषक हमेशा
                                                                                                                                                                                        शरीर को िीमार िनाता है। खतरनाक और लाइलाि िीमाररयों के मामल  े
                                                                                                                                                                                        में चुनौमतयों की िात करते हुए वे हमेशा इनोवेशन पर िोर देते हैं। साथ ही
                                                                                                                                                                                        परफेकशन की खवामहश रखने वाले डॉ. ज्ान कहते हैं, “यह मेरे मलए यह
                                                                                                                                                                                        मसफ्फ पेशा नहीं िक््क मेरा ममशन भी है। मैं अपनी समझ और ऊिा्ग का एक-
                                                                                                                                                                                        एक कतरा मानवता के क्याण में लगाना चाहता हूं। दद्ग से कराहते मकसी
                                                                                                                                                                                        मरीि के चेहरे पर िि मेरे इलाि के िाद मुसकान तैरती है, तो न मसफ्फ मुझ  े
                                                                                                                                                                                                   ू
                                                                                                                                                                                        आनद की अनुभमत होती है िक््क एक तरह का सांतोष ममलता है और मेरे
                                                                                                                                                                                           ां
                                                                                                                                                                                        िीवन को भी एक अथ्ग ममलता है।”
                                                                                                                                                                                           डॉ. ज्ान अपने मरीिों के मदमाग से यह धारणा भी खतम करने की
                                                                                                                                                                                        कोमशश करते हैं मक होमयोपैथी से इलाि धीमा होता है और मरीि को िीक
                                                                                                                                                                                        होने में समय लगता है। मैंने देखा मक कुछ मरीिों को उनहोंने क्ीमनक में ही
                                                                                                                                                                                        दवा दी और पूछा मक कया असर हो रहा है? आश्चय्गिनक रूप से जयादातर
                                                                                                                                                                                                                       ु
                                                                                                                                                                                        मरीिों ने डॉक्टर साहि की इस िात की पक्ष्ट मक होमयोपैथी पदमत स  े
                                                                                                                                                                                        मरीि ि्दी िीक हो सकता है और वह भी मिना मकसी साइड इफेक्ट
                                                                                                                                                                                        के। इलाि के दौरान हमने देखा की डॉ. ज्ान दवा की क्ामल्टी से कभी
                                                                                                                                                                                        समझौता नहीं करते। उनका कहना है मक मसफ्फ मनदान से अचछे नतीिे नहीं
                                                                                                                                                                                        ममल सकते, इसके मलए अचछी क्ामल्टी की दवा भी िरूरी है। यही िात
                                                                                                                                                                                             ै
                                                                                                                                                                                                                         ां
                                                                                                                                                                                        होमयोपमथक को सफल िनाती है। डॉ. ज्ान गभीर िीमाररयों से ग्रसत मरीिों
                                                                                                                                                                                        के मलए होमयोपैथी को उममीद और उपचार के हॉलमाक्फ के तौर पर देखत  े
                                                                                                                                                                                        हैं। मानवता के क्याण के मलए उनके मनषकाम प्यासों की विह से मिहार
                                                                                                                                                                                        और देश की कई प्मुख सांसथाओं द्ारा उनहें समय-समय पर सममामनत भी
                          मैंने िैसे ही उनके क्ीमनक में प्वेश मकया, तो देखा तमाम तरह की                                                                                                 मकया है। डॉ. ज्ान भमवषय के मलए, सरकार को मनरूंतर जयादा से जयादा   आउ्टलुक के सभी मडमि्टल पले्टफॉम्ग पर उपलबध इस काय्गक्रम को दश्गकों का
                                                                                                                                                                                             ै
                        गांभीर िीमाररयों के मरीिों से उनका क्क्मनक खचाखच भरा था। इनमे व  े                                                                                              होमयोपमथक असपताल खोलने की सलाह भी देते हैं। वे कहते हैं मक सरकार   भरपूर पयार और साथ ममला।
                        मरीि भी थे िो पक्श्चम िगाल, असम, झारखांड, मधय प्देश, उत्तर प्देश                                                                                                के इस कदम से कुशल और कम्गि डॉक्टरों को काम ममलेगा तथा अचछी
                                           ां
                        िैसे राजयों के दूर-दराि इलाकों से आए थे और उन सभी में यह उममीद                                                                                                  क्ामल्टी की दवाए भी लोगों को उपलबध होंगी। ऐसा इसमलए भी मकया       डॉ. ज्ान की िढ़ती लोकमप्यता का अदािा इस िात से लगाया िा सकता है
                                                                                                                                                                                                     ां
                                                                                                                                                                                                                                                                                      ां
                        और मवश्ास था मक डॉ. ज्ान से इलाि के िाद उनकी िीमारी िड़ से िीक                                                                                                   िाना चामहए मक होमयोपैथी गांभीर िीमाररयों से ग्रसत असखय मरीिों की   मक साल 2020 में मचमकतसा िगत में इनकी उपलक्बधयों को देखते हुए महाराष्ट् स  े
                                                                                                                                                                                                                                 ां
                        हो िाएगी। मैंने यह भी गौर मकया मक उनका क्ीमनक गरीि वग्ग के ऐस  े                                                                                                उममीदों पर खरा उतरती है।                                        मरािी भाषा में प्कामशत होने वाले प्मुख अखिार ‘पुढारी’ ने इनहें प्मुखता स  े
                        लोगों के मलए भी समान रूप से खुला है, िो इलाि का खच्ग उिाने में सक्षम                                                                                                                                                            प्कामशत मकया था।
                        नहीं हैं। साथ ही वहा मौिूद जयादातर मरीिों ने िताया मक डॉक्टर साहि                                                                                                 कोरोना की दूसरी और तीसरी लहर के िीच डॉ. ज्ान ने अपनी मचमकतसा
                                       ां
                                                                                                                                                                                                                       ु
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                        सप्ाह में 2 मदन फ्ी ममडकल कैंप लगाते हैं िहाां मरीिों का मुफत में इलाि                                                                                          के िररए िो मानव सेवा का उदाहरण प्सतत मकया है वह िेममसाल है और     थोड़ी िातचीत के िाद डॉ. ज्ान मफर अपने उन मरीिों में वयसत हो िाते हैं
                        भी मकया िाता है।                                                                                                                                                इसे धयान में रखकर प्देश के कई प्मसद सामामिक सांगिनों ने डॉ. ज्ान   िो, अपनी िारी का इूंतिार कर रहे हैं। उनके क्ीमनक से मनकलते समय मुझ  े
                                                                                                                                                                                        को कोरोना वॉररयर के सममान से नवािा है। डॉ. ज्ान की िेहतर मचमकतसा   यह एहसास हो गया था मक होमयोपैथी गांभीर िीमाररयों के इलाि में चमतकार
                                                                                                                                                                                                                                                                                           ां
                                                                                                                                                                                                                                                                        ू
                           इस कैंप का आयोिन खासतौर से वांमचत वग्ग के लोगों के मलए होता है,                                                                                              और लोकमप्यता को देखते हुए साल 2018 में आउ्टलुक पमरिका समूह न  े  िन सकती है और सांपण्ग इलाि का एक भरोसेमद िररया भी िन सकती है।
                        िो इलाि का खच्ग तक नहीं उिा सकते। िातचीत के दौरान मरीि काफी                                                                                                     उनहें ‘आइकॉनस ऑफ मिहार’ के अवाड्ड से नवािा। कोरोना काल में उनकी   समूचे मानव िगत और खासकर अपने मरीिों को सवसथ िनाने की अथक और
                        आशाक्नवत और उतसाह से भरे निर आए। क्ीमनक का दौरा करने के िाद                                                                                                     शोहरत देखकर आउ्टलुक ग्रप के कंसक्््टूंग एसोमसए्ट एमड्टर मदनेश आनांद   मनषकाम कोमशश के मलए डॉ. ज्ान ने िो काम मकए हैं इसके मलए उनकी मितनी
                                                                                                                                                                                                             ु
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                                                                     ां
                        यह िात सपष्ट हो गई थी मक डॉ. ज्ान मकडनी फेल, नयरो सांिधी मडसऑड्डर,                                                                                              ने अपने खास काय्गक्रम ‘खास मुलाकाता’ में डॉ. ज्ान को आमांमरित मकया।   भी तारीफ की िाए वो कम है।  O
                       58    डॉ. पी. के. ज्ञान                                                                                                                                                                                                                                                     डॉ. पी. के. ज्ञान  59
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