बचपन से ही फिल्मों और ख़बरों के प्रति गहरा लगाव था | सिनेमाघरों में फिल्मों के रिलीज़ होते ही टिकटों की कतारों में शामिल होना और दूरदर्शन पर सलमा सुल्ताना और शम्मी नारंग जी की एंकरिंग देखते सुनते बड़ा हुआ | आगे चलकर फिल्म और मीडिया के साथ इतना गहरा रिश्ता बन जाएगा ऐसा कभी सोचा नहीं था | मुझे अपने जीवन में कभी सरकारी नौकरी की चाह नहीं रही शायद इसलिए मैंने कभी किसी सरकारी नौकरी के लिए आवेदन नहीं किया, दिल में फिल्म और मीडिया, मेरे साथ साए की तरह कल भी था और आज भी है |
80 के दशक में जब फिल्म ‘एक चादर मैली सी ‘ रिलीज़ हुई तब मैंने इस फिल्म के तत्कालीन वितरक विजयश्री फिल्म्स को ज्वाइन कर लिया और इसके कुछ ही वक़्त बाद मुझे सुमिरा फिल्म्स में संजय रॉय के साथ काम करने का अवसर मिला | संजय रॉय, संजय दत्त अभिनीत ‘थानेदार’ और दिलीप बोस द्धारा निर्देशित ‘छोटकी बहु’ के न केवल निर्माता थे बल्कि हीरो ,कर्मा ,रामलखन ,दयावान ,जो जीता वही सिकंदर, क़यामत से क़यामत तक आदि प्रसिद्ध फिल्मों के वितरक भी थे | उस दौर में बॉलीवुड की ये सभी फिल्में मेरे हस्ताक्षर से सिनेमाघरों तक तो आती – जाती रही लेकिन दिमाग में तो कुछ और ही चलता रहा |
90 के दशक में मैंने फिल्मों से हटकर मीडिया का रुख किया और एक प्रसिद्ध हिंदी दैनिक के साथ एक पत्रकार के रूप में कदम आगे बढ़ाया | प्रिंट,टीवी और डिजिटल मीडिया के साथ करीब ढाई दशकों के लम्बे सफर में मुझे कई महत्वपूर्ण पदों पर काम करने का अवसर मिला जिनकी कुछ झाकियां आपको इस वेबसाइट में मिल जायेगी |
2014 में मैंने अपनी कंपनी दिनेश आनंद प्रोडक्शन (डीएपी) की नीव रखी और आपके निरंतर मिलते प्यार और विश्वास की बदौलत आज हम आपके सामने हैं |
हमने अनुभवी,समर्पित और भरोसेमंद कार्यकर्ताओं के साथ एक अच्छी टीम तैयार करने में भी सफलता हासिल की है और सम्पूर्ण भारत में अपनी टीम के विस्तार की योजना पर भी हम काम कर रहे हैं ताकि हमारे कार्यकर्ताओ की मौजूदगी आपके शहर में हो |
हमारा मानना है की सपने हमेशा अपने होते हैं | कोरोना के बाद ओटीटी प्लेटफार्म काफी शशक्त हुआ है और दर्शक अपने घरों में बैठे वेबसीरीज़ और फिल्मों से जुड़ चुके हैं, ऐसे वक़्त में अब ओटीटी हमारे सपनों में है लेकिन आगे क्या होगा यह तो वक़्त ही तय करेगा |
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
Since childhood I had a deep interest in films and media. As the films used to release I used to stand in the queue for first day first show. I grew up listening to Salma Sultaan and Shammi Narang’s anchoring on Doordarshan. I never thought that I would have such a deep connection with films and media. I never really wanted a government job in my life, maybe because my heart lingered around films and media, and my passion for them has been with me like shadow since forever.
During the 80s when film ‘ek chadar maili si’ was released, I joined a famous film distributor of that time, ‘Vijayshree Films’ and after some time I had the golden opportunity to work with Sanjay Roy from Sumira Films. Sanjay Roy was not only the producer of ‘Thanedaar’ in which Sanjay Dutt played the lead or ‘Chotki Bahu’ directed by Dilip Bose but also he was the film distributor of films like ‘Hero’ ‘Karma’ ‘Ramlakhan’ ‘Dayavaan’ ‘Jo Jeeta Wahi Sikandar’ ‘Qayamat Se Qayamat Tak’ etc. At that time these films used to reach theatre with my signature but I had something else on my mind.
During the 90s I left the filmworld and joined Media starting with a renowned daily newspaper and worked as a journalist. In my 25 years of experience in Media I got to work on many high positions related to print, TV and Social media. You will be able to see some of my works on this website.
During 2014 I started my company ‘Dinesh Anand Production’ (DAP) and thanks to the love and support from everyone, today we are here.
We are successful in creating a team of experienced, dedicated and trustable people and we are planning to work with people all over India, hoping that DAP family is in your city as well.
We think that our dreams belongs to us.After corona, OTT platforms have been empowered and audience are able to access to web series and films while sitting in their house. During a time like this being successful at OTT platforms is our dream but the time will decide about what will happen.
Om Namo Bhagwate Vasudevaaye